समकालीन दक्षिण एशिया: इस अध्याय में हम दक्षिण एशिया के देशों के बीच मौजूद संघर्षों की प्रकृति और इन देशों की आपसी सहयोग को समझने का प्रयास करेंगे। यहाँ दी गई सभी जानकारियों का स्रोत कक्षा 12 की राजनीतिक विज्ञान की NCERT की पाठ्यपुस्तक है।
परिचय
- बीसवी सदी के आखरी सालों में जब भारत और पाकिस्तान ने खुद को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्रों की बिरादरी में बैठा लिया तों यह क्षेत्र अचानक पूरे विश्व में महत्वपूर्ण हो उठा।
- दक्षिण एशिया का इलाका बड़ा संवेदनशील है और अनेक विशेषज्ञों का मानना है कि आज यह क्षेत्र सुरक्षा की लिहाज से खतरे की आशंका वाला क्षेत्र है।
- दक्षिण एशिया के देश अगर आपस में सहयोग करे तों यह क्षेत्र विकास करके समृद्ध बन सकता है।
क्या है दक्षिण एशिया?
- भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका तथा मालदीव इन सात देशों को इंगित करने के लिए दक्षिण एशिया शब्द का प्रयोग किया जाता है।
- ब्रिटेन से आजादी के बाद से भारत और श्रीलंका में लोकतंत्र स्थापित है।
- पाकिस्तान और बांग्लादेश में लोकतांत्रिक और सैनिक दोनों तरह के नेताओ का शासन रहा है।
- शीतयुद्ध के बाद के सालों में बांग्लादेश में लोकतंत्र कायम रहा है।
- पाकिस्तान में शीतयुद्ध के बाद के सालों में लगातार दो लोकतांत्रिक सरकारे बनी। पहली सरकार बेनजीर भुट्टो और दूसरी नवाज शरीफ के नेतृत्व में कायम हुई। इसके बाद 1999 में पाकिस्तान में सैनिक तख्तापलट हुआ। 2008 से फिर से यहाँ लोकतांत्रिक शासन कायम है।
- 2006 तक नेपाल में संवेधनिक राजतंत्र था लेकिन 2008 में यह एक लोकतांत्रिक गणराज्य बनकर उभरा।
- भूटान 2008 में संवेधनिक राजतंत्र बन गया।
- मालदीव 1968 तक सल्तनत हुआ करता था। 1968 में यह एक गणतंत्र बना।
पाकिस्तान में सेना और लोकतंत्र
- पाकिस्तान में कभी सेना का तों कभी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था स्थापित रही है।
- पाकिस्तान में पहले संविधान बनने के बाद देश की शासन की बागडोर जनरल अयूब खान ने अपने अपने हाथों में ले ली और जल्द ही अपना निर्वाचन भी करा लिया। परंतु जनता के विरोध के कारण उन्हे अपना पद छोड़ना पड़ा और पाकिस्तान में सैनिक शासन का रास्ता साफ हो गया और जनरल याहिया खान ने शासन की बागडोर संभाली।
- याहिया खान के सैनिक शासन के दौरान पाकिस्तान को बांग्लादेश संकट का सामना करना पड़ा और 1971 में भारत के साथ पाकिस्तान का युद्ध हुआ। युद्ध के परिणामस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान टूटकर एक स्वतंत्र देश बना और बांग्लादेश कहलाया।
- इसके बाद पाकिस्तान में जुल्फिकार अली भुट्टो के नेतृत्व में एक निर्वाचित सरकार बनी जो 1971 से 1977 तक कायम रही।
- 1977 में जनरक जियाउल हक ने इस सरकार को गिरा दिया।
- 1988 में एक बार फिर बेनजीर भुट्टो के नेतृत्व में लोकतांत्रिक सरकार बनी।
- 1999 में एक बार फिर सेना ने दाखल दी और जेनरल परवेज मुशर्रफ ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को हता दिया और 2001 में उसने अपना निर्वाचन राष्ट्रपति के रूप में कराया।
- 2008 से पाकिस्तान में लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए नेता शासन कर रहे है।
- सेना
- धर्मगुरु
- भूस्वानी अभिजनों का सामाजिक दबदबा
- पाकिस्तान के राजनीतिक दलों के स्वार्थ
- अन्तराष्ट्रिय समर्थन का अभाव
बांग्लादेश में लोकतंत्र
- 1947 से 1971 तक बांग्लादेश पाकिस्तान का अंग था।
- 1971 से पहले पश्चिमी पाकिस्तान का पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) पर प्रभुत्व होता था और पूर्वी पाकिस्तान के बंगाली भाषा और संस्कृति के साथ दुर्व्यवहार किया जाता था।
- पूर्वी पाकिस्तान के लोग पश्चिमी पाकिस्तान के दबदबे और अपने ऊपर उर्दू भाषा को थोपने के खिलाफ थे। पूर्वी पाकिस्तान के लोगों ने प्रशासन में अपने न्यायोचित प्रतिनिधत्व तथा राजनीतिक सत्ता में समुचित हिस्सेदारी की मांग उठाई।
- पश्चिमी पाकिस्तान के प्रभुत्व के खिलाफ जनसंघर्ष का नेतृत्व शेख मुजीबुर्रहमान ने किया। इन्होंने पूर्वी क्षेत्र के लिए स्वायत्ता की मांग की।
- शेख मुजीबुर्रहमान के नेतृत्व वाली आवमी लीग को 1970 के चुनवो में पूर्वी पाकिस्तान की सारी सीटों पर विजयी मिली लेकिन इस सरकार पर पश्चिमी पाकिस्तान के नेताओ का दबदबा था, शेख मुजीब को गिरफ्तार कर लिया गया।
- जेनरल याहिया खान के सैनिक शासन में पाकिस्तानी सैना ने बंगाली जनता के आंदोलन को कुचलने की कोशिस की। पूर्वी पाकिस्तान के हजारों लोग भारत पलायन कर गए और भारतीय सरकार से सहायता मांगी। परिणामस्वरूप 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध हुआ जिसमे पश्चिमी पाकिस्तान के सेना को पूर्वी पाकिस्तान के सामने आत्मसमर्पण करना पड़ा और पूर्वी पाकिस्तान एक नए देश 'बांग्लादेश' के रूप में अस्तित्व में आया।
नेपाल में राजतंत्र और लोकतंत्र
- नेपाल अतीत में एक हिन्दू राज्य था फिर भी आधुनिक काल में कई सालों तक यहाँ संवैधानिक राजतंत्र रहा।
- नेपाल की राजनीतिक पार्टियां और आम जनता राजतंत्र के खिलाफ थे।
- एक मजबूत लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की चपेट में आकर राजा ने 1990 में नए लोकतांत्रिक संविधान की मांग मान ली।
- 2002 में सरकार ने संसद भंग कर दी और सरकार गिर दी इस प्रकार नेपाल में जो भी थोड़ा बहुत लोकतंत्र था उसे भी सरकार ने खत्म कर दिया।
- अप्रैल 2006 में नेपाल में देशव्यापी लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन हुए तब राजा ज्ञानेन्द्र को बाध्य होकर संसद बहाल करना पड़ा।
- 2008 में नेपाल राजतंत्र खत्म करने के बाद लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया।
श्रीलंका में जातीय संघर्ष और लोकतंत्र
- 1948 में आजाद होने के बाद से ही श्रीलंका में लोकतंत्र कायम है।
- श्रीलंका को जातीय संघर्ष का सामना करना पड़ा। यह जातीय संघर्ष सिहली और तमिलों के बीच था। श्रीलंका में सिंहली मूल निवासी थे तथा तमिल भारत के मूल थे परंतु श्रीलंका में आजादी के पहले ही जाकर बसे थे और आजादी के बाद भी उनका बसाना जारी रहा।
- सिंहलियों का मानना था कि श्रीलंका केवल सिंहलियों का है और उसे तमिलों के साथ कोई रियायत नहीं करनी चाहिए। इस भेदभाव के कारण तमिलों ने श्रीलंका में एक अलग राष्ट्र की मांग की। परंतु श्रीलंकाई सरकार ने इसे मानने से इनकार कर दिया।
- जिस कारण तमिलों ने भी एक उग्रवादी संगठन 'लिट्टे' बना लिया और भारतीय सरकार से सहायता मांगी।
- भारतीय सरकार ने इसे सुलझाने के प्रयास में श्रीलंका में एक शांति सेना भेजा परंतु वह नाकामयाब रही।
- नार्वे और आइसलैंड जैसे देश द्वारा इन दोनों पक्षों को शांत करने का प्रयास किया गया और अंत में 2009 में लिट्टे को खत्म कर दिया गया।
भारत पाकिस्तान संघर्ष
- विभाजन के तुरंत बाद भारत पाकिस्तान कश्मीर के मसले पर लड़ पड़े। पाकिस्तान की सरकार का दावा था कि कश्मीर पाकिस्तान का है।
- भारत पाकिस्तान के बीच 1947-48 तथा 1965 के युद्ध से इस मसले का समाधान नही हुआ। 1948 के युद्ध के फलस्वरूप कश्मीर के दो हिस्से हो गए। एक हिस्सा पाकिस्तान अधिकृत काशिर कहलाया तथा दूसरा हिस्सा भारत का जम्मू कश्मीर प्रांत बना।
- भारत तथा पाकिस्तान दोनों ही सरकारें एक दूसरे को संदेह की नजर से देखते है।
- भारत सरकार का पाकिस्तान पर आरोप है कि वह कश्मीर के उग्रवादियो को हथियार, प्रशिक्षण और धन देता है तथा भारत पर आतंकवादी हमले के लिए उन्हे सुरक्षा प्रदान करता है। भारत सरकार का यह भी मानना है कि पाकिस्तान ने 1985-95 की अवधि में खालिस्तान समर्थक उग्रवादियों को हथियार तथा गोले बारूद दिए थे।
- भारत सरकार का पाकिस्तान पर यह भी आरोप है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इन्टर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) पर बांग्लादेश और नेपाल के गुप्त ठिकानों से पूर्वोत्तर भारत में भारत विरोधी अभियानों में संलिप्त होने का आरोप है। इसके जवाब में पाकिस्तान की सरकार भारतीय सरकार और उसकी खुफिया एजेंसियों पर सिंध और बलूचिस्तान में समस्या को भड़काने का आरोप लगाती है।
- भारत और पाकिस्तान के बीच नदी जल बटवारें के सवाल को लेकर भी तानातानी हुई। 1960 तक दोनों के बीच सिंधु नदी के इस्तेमाल को लेकर तीखे विवाद हुए। 1960 में विश्व बैंक के मदद से भारत और पाकिस्तान ने 'सिंधु-जल-संधि' पर दस्तखत किये और यह संधि भारत पाक के बीच कई सैन्य संघर्षों के बावजूद अब भी कायम है।
- सामरिक मसलो जैसे सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण तथा हथियारों की होड़ को लेकर भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी रहती है।
शांति और सहयोग
- अनेक संघर्षों के बावजूद दक्षिण एशिया के देश आपस में दोस्ताना रिश्ते तथा सहयोग को पहचानते है।
- शांति के प्रयास द्विपक्षीय भी हुए है और क्षेत्रीय स्तर पर भी।
- दक्षेस (SAARC) दक्षिण एशियाई देशों द्वारा बहुस्तरीय साधनों से आपस में सहयोग करने की दिशा में उठाया गया बाद कदम है।
समकालीन दक्षिण एशिया एक अंक स्तरीय प्रश्न
Q.1. किस देश में सैनिक शासन है?
Ans: पाकिस्तान
Ans: पाकिस्तान
Q.2. कौन सा देश 2006 तक राजतंत्र था?
Ans: नेपाल
Ans: नेपाल
Q.3. किस देश में अब भी राजतंत्र है?
Ans: भूटान
Ans: भूटान
Q.4. दक्षिण एशिया में किस राजनैतिक प्रणाली की प्रमुखता है?
Ans: लोकतंत्र
Ans: लोकतंत्र
Q.5. भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी जल संधि कब हुई?
Ans: 1960
Q.6. बांग्लादेश के नेताओ द्वारा आजादी की उद्घोषणा कब हुई?
Ans: मार्च, 1971
Ans: मार्च, 1971
Q.7. पूर्वी पाकिस्तान में कौन सी भाषा लोकप्रिय थी?
Ans: बांग्ला
Ans: बांग्ला
Q.8. साफ्टा समझौते पर हस्ताक्षर कब हुई?
Ans: 2004
Ans: 2004
Q/9. पाकिस्तान के प्रथम सैनिक शासन का मुखिया कौन था?
Ans: जनरल अयूब खान
Ans: जनरल अयूब खान
Q.10. LITTE का पूर्ण रूप क्या है?
Ans: लिबरेशन टाईगर्स ऑव तमिल ईलम
Ans: लिबरेशन टाईगर्स ऑव तमिल ईलम
Q.11. SAARC का विस्तारित रूप लिखे।
Ans: साउथ एशियन एसोशियन फॉर रिजनल कोऑपरेशन
Ans: साउथ एशियन एसोशियन फॉर रिजनल कोऑपरेशन
Q.12. SAARC की स्थापना कब हुए?
Ans: 1985
Ans: 1985
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