सत्ता के वैकल्पिक केंद्र: इस पाठ में हम सत्ता के धरातल पर समक्ष आए कुछ वैकल्पिक केंद्रों पर चर्चा करेंगे साथ ही यह निरीक्षण करने का प्रयत्न भी करेंगे कि भविष्य में उसकी भूमिका कितनी अहम सिद्ध हो सकती है।
यूरोपीय संघ
- स्थापना: 1992
- 2003 में संविधान निर्माण के प्रयत्न में असफल रहा है।
- स्वरूप :
(1) समान विदेश व सुरक्षा नीति
(2) आंतरिक विषयों तथा न्याय संबंधी मसलों पर सहयोग
(3) एक समान मुद्रा का प्रचलन
(4) स्वयं का ध्वज, गान, स्थापना दिवस और मुद्रा है। - विशेषताएं:
(1) राजनीतिक, आर्थिक, कूटनीतिक व सैन्य प्रभाव के स्तर से काफी प्रभावशाली है।
(2) इसका सकल घरेलू उत्पाद 2005 में 12000 अरब डॉलर से भी ज्यादा था जो अमरीका से कुछ अधिक ही था।
(3) इसकी प्रचलित मुद्रा यूरो अमरीकी डॉलर को चुनौती दे सकती है।
(4) वैश्विक स्तर पर व्यापार में इसकी भागीदारी अमरीका से तीन गुना ज्यादा है।
(5) इसके दो प्रमुख सदस्य देशों ब्रिटेन और फ्रांस को सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्यता प्राप्त है।
(6) यूरोपीय संघ सैन्य शक्ति के मुद्दे पर विश्व की दूसरी बड़ी शक्तिशाली सैना का स्वामी है।
(7) इसमे सम्मिलित दो प्रमुख देशों फ्रांस एवं ब्रिटेन के पास परमाणु (लगभग 550 के करीब) आयुध है।
(8) अंतरिक्ष विज्ञान व संचार प्रद्योगिकी के विषय में भी यूरोपीय संघ विश्व में द्वितीय स्थान पर आसीन है।
आसियान
- ASEAN (आसियान) विस्तारित रूप: Association of Southeast Asian Nations (दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन)
- ASEAN स्थापना: 8 अगस्त 1967 में पाँच देशों मलेशिया, इंडोनिशिया, फिलिंपिस, सिंगापूर तथा थाईलैंड के बैंकॉक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने के साथ हुई।
- ASEAN मुख्यालय: जाकर्ता (इंडोनेशिया)
- मुख्य उद्देश्य:
(1) आर्थिक विकाश को तीव्र करना
(2) सामाजिक विकाश करना
(3) सांस्कृतिक विकाश कारना
(4) कानून शासित और संयुक्त राष्ट्र संघ के नियमों को आधार मानकर क्षेत्रीय शांति और स्थायित्व को प्रोत्साहित करना - ASEAN में बाद में (स्थापना के बाद) सम्मिलित देश: ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यांमार, कंबोडिया।
- आसियान शैली: आसियान को संघर्षविहीन, अनौपचारिक और सहयोगात्मक सम्मिलन का नव उद्धरण समक्ष देकर बहुत अधिक प्रसिद्धि प्राप्त हुई। इस व्यवस्था को आसियान शैली के नाम से जाना जाता है।
- 2003 में बनाए गए आसियान के तीन आधार स्तम्भ या आसियान समुदाय:
(1) आसियान सुकक्षा समुदाय
(2) आसियान आर्थिक समुदाय
(3) आसियान सामाजिक आर्थिक समुदाय - आसियान क्षेत्रीय मंच की स्थापना: 1994
चीनी अर्थव्यवस्था का उत्थान
- 1978 के बाद से प्रारंभ हुई चीन की आर्थिक क्षेत्र में सफलता उसे एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करती हुई प्रतीत होती है।
- चीन ने विकास का जो मॉडल अपनाया उसमे खेती से पूंजी निकालकर सरकारी नियंत्रण में बड़े उद्योग खड़े करने पर जोर था।
- इसके पास विदेशी बाजारों से तकनीक और सामानों की खरीद के लिए विदेशी मुद्रा की कमी थी इसलिए चीन ने आयातित सामानों को धीरे धीरे घरेलू स्तर पर ही तैयार करवाना शुरू करवाया।
- अपने नागरिकों को रोजगार देने, शिक्षित करने और उन्हे स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में चीन सबसे विकसित देशों से भी आगे निकाल गया।
- 1973 में चीन के प्रधानमंत्री चाऊ एनलाई ने कृषि, उद्योग, सैना और विज्ञान प्रोद्योगी के क्षेत्र में आधुनिकीकरण के चार प्रस्ताव रखे।
- 1978 में तत्कालीन नेता देंग श्याओपेंग ने चीन में आर्थिक सुधारों और 'खुले द्वार (Open Door)' की नीति की घोषणा की।
- चीन में 1982 में खेती का निजीकरण किया गया और उसके बाद 1998 में उद्योगों का।
- चीन 2001 में विश्व व्यापार संगठन में शामिल हो गया।
चीन के साथ भारत के संबंध
- पश्चिमी साम्राज्यवाद के उदय से पहले भारत और चीन एशिया के महाशक्ति थे।
- अंग्रेजी राज से भारत के आजाद होने और चीन द्वारा विधेशी शक्तियों को निकाल बाहर करने के बाद यह उम्मीद जगी थी कि ये दोनों मुल्क साथ आकर विकासशील दुनिया और और खास तौर से एशिया के भविष्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सीमा विवाद पर चले सैन्य संघर्ष ने इस उम्मीद को समाप्त कर दिया।
- कुछ समय के लिए हिन्दी चीनी भाई भाई का नारा भी लोकप्रिय हुआ।
- 1950 में चीन द्वारा तिब्बत को हड़पने तथा भारत -चीन सीमा पर बस्तियां बनाने के फैसले से दोनों देशों के बीच संबंध एकदम गड़बड़ हो गए।
- भारत और चीन दोनों देश अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों और लद्दाख के अक्साई चीन क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी दावे के चलते 1962 में लड़ पड़े।
- 1962 के युद्ध में भारत को सैनिक पराजय झेलनी पड़ी और भारत-चीन संबंधों पर इसका दीर्घकालिक असर हुआ। 1976 तक दोनों देशों के कूटनीतिक संबंध समाप्त ही रहे।
- 1999 से भारत और चीन के बीच व्यापार 30 फीसदी सालाना की दर से बढ़ रहा है।
- चीन और भारत के बीच 1992 में 33 करोड़ 80 लाख का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था जो 2017 में बढ़कर 84 अरब डॉलर का हो चुका है।
जापान
- जापान में प्राकृतिक संसाधनों की कमी है और उसे कच्चे माल का आयात करना पड़ता है।
- द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात जापान बहुत तीव्र गति से प्रगति की मार्ग की और बढ़ा।
- वर्तमान में जापान की अर्थव्यवस्था विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
- एशिया के अतर्गत आनेवाले राष्ट्रों में मात्र जापान ही समूह - 8 में सम्मिलित है।
- UNO के कुल बजट में 20 प्रतिशत का योगदान जापान द्वारा दिया जाता है।
- अमरीका व जापान के मध्य 1951 से सुरक्षा गठबंधन है।
सत्ता के वैकल्पिक केंद्र एक अंक उत्तरीय प्रश्न
Q.1. यूरोपीय आर्थिक सहायता संगठन की साथपना कब हुई?
Ans: 1948
Ans: 1948
Q,2. यूरोपीय आर्थिक सहायता संगठन की साथपना किस योजना के अंतर्गत हुई?
Ans: मार्शल योजना
Ans: मार्शल योजना
Q.3. यूरोपीय परिषद अस्तित्व में कब आई?
Ans: 1948
Ans: 1948
Q.4. यूरोपीय इकनॉमिक कम्युनिटी का गठन कब किया गया?
Ans: 1957
Ans: 1957
Q.5. यूरोपीय संघ के झंडे में कितने सितारे है?
Ans: 12
Ans: 12
Q.6. कौन संविधान निर्माण के प्रयत्न में असफल रहा?
Ans:यूरोपीय संघ
Ans:यूरोपीय संघ
Q,7, किसने यूरोपीय संघ की साझी मुद्रा यूरो और मास्ट्रीट संधि को मानने से इनकार किया?
Ans: स्वीडन और डेनमार्क
Ans: स्वीडन और डेनमार्क
Q.8. आसियान की साथपना कब हुई?
Ans: 8 अगस्त 1967
Ans: 8 अगस्त 1967
Q.9. आसियान का मुख्यालय कहा है?
Ans: जाकर्ता (इंडोनेशिया)
Ans: जाकर्ता (इंडोनेशिया)
Q10. आसियान क्षेत्रीय मंच की स्थापना कब हुई?
Ans: 1994
Ans: 1994
Q,11. भारत ने किन दो आसियान देशों के साथ स्वतंत्र व्यापार का समझौता किया है?
Ans: सिंगापूर और थाईलैंड
Ans: सिंगापूर और थाईलैंड
Q.12. आसियान के झंडे की 10 धान की बालियाँ किसे इंगित करती है?
Ans: आसियान में सम्मिलित 10 देशों को।
Ans: आसियान में सम्मिलित 10 देशों को।
Q.13. चीन विश्व व्यापार संगठन में कब सम्मिलित हुआ?
Ans: 2001
Ans: 2001
Q.14. चीन ने खुले द्वार की नीति कब अपनाई?
Ans: 1978
Ans: 1978
Q.15. खुले द्वार की नीति किसने अपनाई?
Ans: देंग श्याओपेंग
Ans: देंग श्याओपेंग
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